थायरॉइड या हाइपोथायरॉयडिज्म का प्राकृतिक उपचार, घरेलू नुस्खे (How to Treat Hypothyroidism Naturally, Treatment)



यदि आप भी थायरॉइड से जुड़ी हुई किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपने अपने शरीर में आए हुए भारी बदलावों को देखा होगा। पिछली पोस्ट में हमने जाना की कैसे आप थायरॉइड रोग का पता लगा सकते हैं, इस रोग के होने के क्या कारण हैं और इसके क्या लक्षण हैं। वैसे तो थायरॉइड की समस्या दो तरह का होती है; हाइपोथायरॉयडिज्म (Hypothyroidism) और हाइपरथायरॉइडिज्म (Hyperthyroidism), लेकिन आज इस पोस्ट में आप जानेंगे कि कैसे थायरॉइड के सबसे सामान्य प्रकार हाइपोथायरॉयडिज्म, जिसमें सामान्यतः TSH का लेवल बढ़ जाता है को कुछ होम रेमेडी, खानपान की आदतों में बदलाव और स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर बैलेंस कर सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन का आनंद ले सकते हैं। आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ उपाय:

मुलेठी का सेवन करें (Licorice)


थायरॉइड के मरीजों में थकान और कमजोरी होना एक आम समस्या है। ऐसे में मुलेठी (Licorice) का सेवन करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। मुलेठी में मौजूद तत्व थायराइड ग्रंथि के संतुलन को बनाते हैं और ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। तनाव और हाइपोथायरॉइडिज्म का गहरा सम्बन्ध है। हाइपोथायरॉइडिज्म के मरीजों में कोर्टिसोल (cortisol) जो की हमारी तनाव से लड़ने में मदद करता है, की कमी हो जाती है। मुलेठी शरीर में कोर्टिसोल के प्रोडक्शन को बढ़ाती है जिससे हाइपोथायरॉइडिज्म का लेवल और उससे जुड़े लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही अगर आपको डायबिटीज है तो यह बॉडी में ब्लड ग्लूकोज लेवल कम करने में भी सहायक होती है। इसका सेवन करने के लिए आधा चम्मच मुलैठी पाउडर आधा गिलास पानी में 5 से 10 मिनिट के लिए उबालें और छान कर चाय की तरह पी लें। अगर आप इसे खाली पेट पिएंगे तो फायदा ज्यादा होगा।

*अगर आप पहले से डायबिटीज के लिए कोई दवा ले रहे हैं तो इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह ले लें और नियमित रूप से अपनी शुगर चेक कराते रहें।

साबुत अनाज (Whole Grains)


हाइपोथायरॉइडिज्म के मरीजों को कब्ज की समस्या हो जाती है। कब्ज से निजात पाने के लिए फाइबर और प्रोटीन युक्त अनाज जैसे कि गेंहू, चावल और इसी तरह के अनाज जरूरी होते हैं। ये साबुत अनाज थायरॉइड को बढ़ने से रोकते हैं। गेंहू या ज्वार थायरॉइड को बढ़ने से रोकने का सरल उपाय है और इसका उल्लेख आयुर्वेद में भी है। थायरॉइड ग्रंथि को बढ़ने से रोकने के लिए ज्यादातर गेंहू और ज्वार का ही प्रयोग करें।

अपनी डाइट में अलसी शामिल करें (Add Flax Seeds in your Diet)


अलसी में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो थायरॉइड के लिए अच्छा माना जाता है इसलिए अपने डेली डाइट में किसी भी रूप में अलसी को शामिल करें। अलसी के अन्य फायदों के बारे में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।

साथ ही अलसी को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने के अलग अलग तरीकों को जानने के लिए यह विडिओ देखें।


अश्वगन्धा का सेवन करें (Ashwagandha)


आयुर्वेदमतानुसार, अश्वगन्धा स्ट्रेस हॉर्मोन कोर्टिसोल और थायरॉइड को कंट्रोल करने में बेजोड़ है। इसलिए, रोज़ लगभग 1 छोटी चम्मच (4 से 5gm) अश्वगंधा पाउडर पानी या दूध के साथ लें या 1 से 2 अश्वगंधा कैप्सूल रोजाना लें।


साबुत धनिया का सेवन (Coriander Seeds for Thyroid)


लगभग 2 चम्मच साबुत धनिया या धनिया के बीज (Coriander Seeds) रात को लगभग आधा गिलास पानी में भिगो दें। सुबह इस धनिया को पानी समेत 5 मिनिट के लिए उबालें और फिर छानकर यह पानी गुनगुना पी जायें। अगर आप थायरॉइड कंट्रोल करने के लिए दवा ले  रहे हैं तो सबसे पहले खाली पेट अपनी दवा लें और फिर 30 मिनिट बाद यह पानी पियें और इसके 30 से 45 मिनिट बाद आप नाश्ता करें। अगर आप चाहें तो इसे दिन में दो बार खाली पेट भी ले सकती हैं। यह थायरॉइड को कंट्रोल करने में बहुत लाभकारी है। लगभग 30 से 45 दिनों तक नियमित सेवन करने के बाद अपना थायरॉइड लेवल फिर से चैक करायें।

अपने खाने में आयोडीन शामिल करें (Add Iodine in your daily Diet)


आयोडीन थायरॉइड ग्रंथि की कार्यप्रणाली को ठीक रखता हैं। हाइपोथायराइडिज्म के रोगियों को अपने भोजन में आयोडीन को शामिल करना चाहिए। इसके लिए भरपूर मात्रा में दही, लहसुन, टमाटर और प्याज का सेवन करें।

अदरक (Ginger)


अदरक में मौजूद न्यूट्रिएंट्स जैसे कि पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि थाईराइड की समस्या से निजात दिलाने में सहायता करते हैं। अदरक में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण थायरॉइड को बढने से रोकते हैं और इसकी कार्यप्रणाली में भी सुधार लाते हैं। रोज़ सुबह अगर आप आधा गिलास पानी में थोड़ा सा अदरक उबाल कर पीते हैं तो यह आपके वजन कम करने में भी बहुत मददगार होगा। 

पौष्टिक भोजन करें (Take Nutritious Meals)


कैल्शियम, विटामिंस और प्रोटीन्स युक्त भोजन थायरॉइड से ग्रसित लोगों को स्वस्थ बनाए रखने का काम करते हैं।

*दूध और दही का अधिक से अधिक सेवन करें।

*विटामिन D हाइपोथायराइडिज्म और इसी के जैसी और भी बीमारियों से बचाता है।

*सुबह जल्दी उठकर सूरज कि किरणों से विटामिन D पाने की कोशिश करें।

*विटामिन A भी काफी असरदार साबित होगा, जिसे आप गाजर, अंडे या फिर हरी सब्जियों से पा सकते हैं।

*थायरॉइड की परेशानी में जितना ज्यादा हो सके फलों और हरी सब्जियों का इस्तेमाल करना चाहिए। फल और सब्जियों में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो थायरॉइड को बढ़ने से रोकते हैं।

एप्पल साइडर विनेगर (Apple Cider Vinegar)


थायरॉइड की समस्या से निपटने में एप्पल साइडर विनेगर भी काफी मदद कर सकता है। यह शरीर से टोक्सिंस को बाहर निकालता है, एसिड एल्कलाइन को बैलेंस करता है, वजन कम करने में मदद करता है और हार्मोन्स को संतुलित करके मेटाबोलिज्म की शक्ति बढाता है। इसके साथ ही यह डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल और इसी तरह की अन्य बीमारियों से लड़ता है। इसके लिए 1 गिलास गर्म पानी में 2 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर और जरा सी शहद मिलाकर इसे नियमित रूप से पियें। काफी आराम मिलेगा। एप्पल साइडर विनेगर के अन्य फायदों के बारे में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।

अधिक पानी पियें (Drink More Water)


अगर आपको थायरॉइड है तो जहाँ तक हो सके ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी, नारियल पानी और जूस पीना शुरू कर दें। ये ना केवल आपके पेट से बल्कि सारे शरीर से टोक्सिंस को बाहर निकाल देगा। दिन में कम से कम 12 से 15 गिलास तक पानी जरुर पियें और 1 गिलास जूस भी जरुर लें।

एक्सरसाइज (Exercise)


सुबह जल्दी उठकर दिन में कम से कम 20 से 30 मिनट की एक्सरसाइज जरुर करें। एक्सरसाइज करने से थायरॉइड हमेशा कंट्रोल में रहती है। रोज़ सुबह ब्रिस्क वॉक (तेज़ गति से घूमना) करें।

नियमित योगा एवं प्राणायाम करें (Yoga and Pranayama)


योगा थायरॉइड की समस्या से निजात दिलाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके लिए आपको भुजंगासन, ध्यान लगाना, नाड़ीशोधन, मत्स्यासन, सर्वांगासन, हलासन, सिंहासन और बृहमद्रा आदि करना चाहिए।


आखिर में ! ! ! खानपान पर ध्यान देकर, कुछ चीज़ों से परहेज करके और कुछ घरेलू उपाय आजमा कर थायरॉइड को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है, लेकिन किसी भी तरह का उपाय आजमाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरुर ले लें।

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